अर्जुन कहता है श्री कृष्ण से, कैसे करूं मैं हनन भगवान? मेरे ही परिवार के लोगों का यह अर्जुन कहता है श्री कृष्ण से, कैसे करूं मैं हनन भगवान? मेरे ही परिवार के ल...
सारे गम को भूल के तेरे पास आई हूं मैं तुझे चाहने तेरे पास आई हूं मैं । सारे गम को भूल के तेरे पास आई हूं मैं तुझे चाहने तेरे पास आई हूं मैं ।
ये कैसी कश्मकश है, कभी मंजिल करीब लगती है कभी दूर-दूर तक कहीं रास्ता नजर नहीं आता, ये कैसी कश्मकश है, कभी मंजिल करीब लगती है कभी दूर-दूर तक कहीं रास्ता ...
रास्तों का जाल है यह समय की कैसी चाल है। रास्तों का जाल है यह समय की कैसी चाल है।
मेरे देश का बोली भाषा मेरी पहचान है हिंदी।। मेरे देश का बोली भाषा मेरी पहचान है हिंदी।।
शायद इसकी किस्मत ऐसी बिना ग़म के न पहचान इसकी शायद इसकी किस्मत ऐसी बिना ग़म के न पहचान इसकी